एथिकल हैकिंग क्या है? What is ethical hacking in hindi?
फ्रेंड्स इन्टरनेट और बदलते टेक्नोलॉजी के इस दौर में साइबर क्राइम भी बढ़ता ही जा रहा है। आज कंप्यूटर और इंटरनेट का वृहत पैमाने पर इस्तेमाल होने से हम सभी का कार्य जितना ही ज्यादा आसान होता जा रहा है उतनी ही ज्यादा साइबर स्पेस में समस्याएं भी उत्पन्न हो रही है। आज आये दिन साइबर स्पेस की दुनिया में वेबसाइट हैकिंग, डेटाबेस हैकिंग, कंप्यूटर हैकिंग होने जैसी घटनाओं के बारे में सुनने को मिलता है।ऐसे में शायद हम में से ज्यादातर लोगों को हैकिंग के बारे में तो पता होता है की हैकिंग क्या होता है, पर जहाँ एथिकल हैकिंग की बात आती है तो शायद हम में से ज्यादातर लोग कंफ्यूज हो जाते है कि आखिर ये "Ethical Hacking क्या होता है"। ऐसे में आज हमलोग इन्ही कंफ्यूज़न को दूर करने वाले है, क्योंकि आज हमलोग इस टॉपिक में एथिकल हैकिंग से जुड़े बहुत सारे प्रश्नों को कवर करने जा रहे है, इसलिए आपसे आग्रह है कि पूरी आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़ें....
एथिकल हैकिंग को जानने से पहले हमलोग संक्षेप में जान लेते है कि....
हैकिंग क्या होता है? Hacking kya hota hai?
साइबर स्पेस अर्थात इन्टरनेट और इंटरनेट से जुड़ी चीजें की दुनियां में अवैध तरीके से प्रवेश करके डाटा इत्यादि चुराने या उसे अनधिकृत एक्सेस करने की क्रिया को हैकिंग कहा जाता है जो एक साइबर क्राइम है, और यह हैकिंग करने की क्रिया को जो लोग अंजाम देते है उसे हैकर कहा जाता है।यदि टेक्निकली Hacking को समझने का प्रयास करें तो इस क्रिया में Hacker का मुख्य मकसद तथा मतलब यह होता है कि किसी भी Computer Network या Computer System में बिना परमिशन के चोरी छुपे एक्सेस प्राप्त करने के रास्ते ढूँढना फिर उसमें प्रवेश करके अवैध एक्सेस प्राप्त करना और नेटवर्क या कंप्यूटर को हानि पहुँचाना या संवेदनशील इनफार्मेशन चुराकर उसका गलत उपयोग करना। Phishing, Bait and Switch Attack, Key Logger, Denial of Service (DoS\DDoS) Attacks, ClickJacking Attacks, Fake W.A.P. Cookie Theft जैसी क्रिया हैकिंग के उदाहरण है।
अब बात आती है कि....
एथिकल हैकिंग क्या है? Ethical hacking kya hai?
जैसा की एथिकल हैकिंग टर्म में हैकिंग से पहले एक शब्द आ रहा है एथिकल जिसका मतलब होता है नैतिक अर्थात लीगल यानि जो वैध हो, ऐसे में एथिकल हैकिंग वो हैकिंग होता है जिसमे हैकर आर्गेनाइजेशन या सिस्टम ओनर के परमिशन से सारे Legal Rule तथा Law को फॉलो करते हुए हैकिंग की टूल्स तथा तकनीकी स्किल का इस्तेमाल करके सिस्टम या साइट हैक करके उसकी Vulnerability या Bug को ढूंढने का प्रयास करते है यानि Penetration Testing करते है और उसे ठीक करते है वह क्रिया एथिकल हैकिंग कहलाता है।
एथिकल हैकिंग एक वैध कार्य होता है क्योंकि इस हैकिंग में हैकर को सिस्टम ओनर की परमिशन होती है तथा सारे Legal Rule तथा Law को फॉलो करते हुए किसी साइट या सिस्टम Penetration Testing की जाती है और Vulnerability को ढूंढकर हैकिंग के रास्ते बंद किये जाते है। जो हैकर लीगल तरीके से हैकिंग की क्रिया करते है अर्थात एथिकल हैकिंग करते है उसे डायरेक्ट हैकर ना कहकर एथिकल हैकर कहा जाता है क्योंकि ये हैकर अपनी ज्ञान का उपयोग Cyber Security की कमजोरी का फायदा उठाने के लिए नहीं करते है बल्कि ये हैकर Cyber Space में हैकिंग के सारे रास्ते बंद करने के लिए करते है और Cyber Security बढ़ाते है।
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एथिकल हैकर किसे कहते है? Ethical hacker kise kahte hai?
एथिकल हैकर उस हैकर को कहते है जो अपनी हैकिंग स्किल का उपयोग अवैध कार्यों के लिए ना करके नैतिक और लीगल तरीके से साइबर स्पेस की कमियों को ढूंढकर उसे ठीक करने का काम करता है उसे एथिकल हैकर कहा जाता है। एथिकल हैकर का उद्देश्य किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं होता है बल्कि इस हैकर का उद्देश्य साइबर स्पेस की सिक्योरिटी को मजबूत करना होता है।
हैकर कितने तरह के होते हैं? Hacker kitne tarah ke hote hai?
हैकर चाहे कितने भी तरह के हो स्किल सभी में हैकिंग का ही होता है। हैकर को अपने स्किल का उपयोग करने के तरीके के आधार पर मुख्य रूप से इसे तीन कैटेगरी में बांटा गया है:-- व्हाइट हैट हैकर (White Hat Hacker)
- ग्रे हैट हैकर (Grey Hat Hacker)
- ब्लैक हैट हैकर (Black Hat Hacker)
व्हाइट हैट हैकर (White Hat Hacker):
व्हाइट हैट हैकर वे हैकर होते है जो हमेशा अपने हैकिंग ज्ञान का बिलकुल वैध और लीगल तरीके से उपयोग करते है, ये हैकर किसी कंपनी या आर्गेनाइजेशन अथवा किसी इंडिविजुअल की परमिशन से ही उसके कंप्यूटर अथवा नेटवर्क की Security Check करते है Penetration Testing करते है और Vulnerability खोजते है फिर उस Vulnerability को दूर करते है, ये हैकर हमेशा सिस्टम की सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए काम करते है। इनकी मनसा अवैध कार्य करना नहीं होता है, ये अच्छे हैकर होते है। एथिकल हैकर भी इसी श्रेणी के हैकर होते है। बड़ी-बड़ी कंपनियां एथिकल हैकर को अपनी सिस्टम में Security Check करने के लिए Hire करके रखती है जिसके लिए उन्हें मोटी पैकेज भी देती है।ग्रे हैट हैकर (Grey Hat Hacker):
ग्रे हैट हैकर वे हैकर होते है जो अपने ज्ञान का उपयोग अपने मन के अनुकूल करते है यानि ये हैकर अपनी ज्ञान का उपयोग वैध और अवैध दोनों तरह के कार्यों के लिए करते है। वैसे इनकी सोच ज्यादातर नुकसान पहुँचाना नहीं होता है फिर भी इस श्रेणी के हैकर कभी-कभी नुकसान भी कर सकते है, इसलिए इस श्रेणी के हैकर को ना ही अच्छे कह सकते है ना ही बुरे कह सकते है सामान्य तौर पर कहें तो ये हैकर व्हाइट हैट हैकर और ब्लैक हैट हैकर दोनों का सम्मिलित रूप होता है। अक्सर ग्रे हैट हैकर मालिक की अनुमति या जानकारी के बिना सिस्टम में कमजोरियों की तलाश करते रहते है यदि समस्याएँ पाई जाती हैं, तो वे सिस्टम मालिक को उनकी रिपोर्ट करेंगे और समस्या को ठीक करने के लिए शुल्क का अनुरोध करेंगे।ब्लैक हैट हैकर (Black Hat Hacker):
ब्लैक हैट हैकर वे हैकर होते है जो अपने ज्ञान का उपयोग हमेशा अवैध कार्यों के लिए करते है, इनकी मनसा हमेशा दूसरों को नुकसान पहुँचाना होता है। ये हैकर बिना परमिशन के ही किसी भी नेटवर्क अथवा सिस्टम में अनधिकृत रूप से एक्सेस पाने की कोशिश में लगे रहते है और सिस्टम को अलग-अलग तरह के साइबर अटैक करके नुकसान पहुंचाते है तथा संवेदनशील जानकारी चुराकर उसका गलत उपयोग करते है। ये हैकर साइबर क्राइम में भी शामिल होते है।एथिकल हैकर कैसे बने? Ethical hacker kaise bane?
एथिकल हैकर बनने के लिए आपको कुछ जरूरी चीजों के बारे में जानना चाहिए जो निम्नलिखित है, जैसे-
Basics of computer science: एथिकल हैकिंग का काम कंप्यूटर साइंस के फील्ड से संबंधित है, इसलिए आपको कंप्यूटर साइंस के बेसिक्स को समझना जरूरी होता है।
Networking: नेटवर्किंग के बेसिक कॉन्सेप्ट्स को जानना जरूरी है, ताकि आपके पास नेटवर्किंग का बेसिक नॉलेज हो और आप नेटवर्क की कमजोरियों की पहचान कर सकें।
Operating System: एथिकल हैकिंग के क्षेत्र में काम करने के लिए आपको ऑपरेटिंग सिस्टम के अलग-अलग टाइप्स को समझना जरूरी होता है क्योंकि आप जो भी काम करेंगे वो ऑपरेटिंग सिस्टम की ही मदद से करेंगे। कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम के उदाहरण है, विंडोज, लिनक्स, मैकओएस इत्यादि।
Programming Language: एथिकल हैकिंग में आपको प्रोग्रामिंग की बहुत ही ज्यादा जरूरत पड़ने वाली होती है इसलिए आपको कम से कम एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को अच्छे से जान लेना चाहिए। आप Python, C++, Ruby, Perl, etc. को चुन सकते हैं। वैसे आपको जितनी ज्यादा प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की जानकारी होगी उतनी ही आप बेहतर वर्क कर पाएंगे।
Security Tools: एथिकल हैकिंग के लिए सिक्योरिटी टूल्स का इस्तेमाल करना जरूरी होता है इससे आपको सिक्योरिटी टूल्स के बारे में पता चलता है। सिक्योरिटी टूल्स के उदाहरण है, जैसे- Nmap, Metasploit, Wireshark, Burp Suite, etc.
Ethical Hacking Certification: एथिकल हैकर आप क्यूं बनेंगे, इस फील्ड में कैरियर बनाने के लिए, ऐसे में आपके पास मान्यता प्राप्त संस्थान से एथिकल हैकिंग में सर्टिफिकेट भी होना जरूरी है जो किसी कंपनी में जॉब के लिए एक वैध डॉक्यूमेंट का काम करेगा। इसके लिए आपको किसी अच्छे संस्थान के एथिकल हैकिंग सर्टिफिकेशन प्रोग्राम से जुड़ना होगा और Certified Ethical Hacker बनना होगा।
Practice: हम सभी जानते है कि किसी भी चीज में अभ्यास परिपूर्ण बनाता है, ऐसे में आपको अपने कौशल में सुधार करने के लिए अभ्यास करना होगा। इसके लिए आप एक नकली माहौल बनाएं और अपनी स्किल्स को टेस्ट करें।
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Conclusion (निष्कर्ष):
फ्रेंड्स हमने इस आर्टिकल में एथिकल हैकिंग से संबंधित बेसिक जानकारियों को साझा करने का प्रयास किया है और हमें उम्मीद है की हमारे द्वारा लिखी गयी इस आर्टिकल के माध्यम से आपको पता चल गया होगा की एथिकल हैकिंग क्या होता है, फिर भी किसी प्रकार की कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है। यह आर्टिकल आपको कैसी लगी इसकी फीडबैक कमेंट के माध्यम से जरुर दें ताकि जरुरत के अनुसार इसमे सुधार भी किया जा सके। साथ ही अगर यदि यह आर्टिकल आपको पसंद आई हो तो इसे अपने फ्रेंड सर्किल में अधिक से अधिक शेयर करें।
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